गन्ना किसानों को अपना मोबाइल नंबर अपडेट कराने के लिए सहकारी गन्ना विकास समिति के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। गन्ना सट्टा में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को आप घर बैठे अपडेट कर सकेंगे। इसके लिए किसी की इजाजत लेने की जरूरत नहीं है. अपडेट किए गए मोबाइल नंबर पर एसएमएस पर्ची भेजी जाएगी, जिससे गन्ना तौला जा सकेगा।
इन किसानों के खातों में मोबाइल नंबर पड़ा हुआ है,
तो कुछ किसानों के खातों में मोबाइल नंबर नहीं पड़ा है। गन्ना सट्टों में मोबाइल नंबर अपडेट करने के लिए किसानों को सहकारी गन्ना विकास समितियों में चक्कर लगाने पड़ते थे, अपडेट मोबाइल नंबर पर गन्ना आपूर्ति एसएमएस पर्ची भी भेजी जा सकती है, जिससे गन्ने की तौल कराई जा सकती है। जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि गन्ना विभाग की एसआइएस डॉट केन सोसाइटी डाट कॉम पर किसान जाकर मोबाइल अपडेट कर सकते हैं।। इसकी जानकारी गांव-गांव दी जा रही है। उन्होंने बताया कि जैसे ही गन्ना समिति से पर्ची जारी होगी, तो उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस आ जाएगा। इससे गन्ना पर्ची की आसानी से जानकारी मिल सकेगी।
इन किसानों को अतिरिक्त सट्टे में प्राथमिकता दी जायेगी
गन्ना सट्टा में किसान मोबाइल नंबर अपडेट कैसे करें अतिरिक्त सट्टा पर्चियों पर गन्ने की आपूर्ति बढ़ाने से उत्पादकों का गन्ना विभाग एवं चीनी मिलों के प्रति विश्वास और मजबूत होगा। किसानों के हित में लागू की गई इस सुविधा से किसानों को प्रति हेक्टेयर अधिक मात्रा में गन्ना आपूर्ति करने में सुविधा होगी। छोटे गन्ना किसान समय पर अपना गन्ना चीनी मिलों को बेच सकेंगे। वहीं, ड्रिप सिंचाई से सिंचाई करने वाले गन्ना किसानों को भी अतिरिक्त सट्टे में प्राथमिकता से लाभ दिया जाएगा. इसके अलावा, अस्वीकृत किस्मों के गन्ने को अतिरिक्त सट्टा सुविधा में शामिल नहीं किया जाएगा।
मोबाइल नंबर गलत होगा तो सट्टेबाजी बंद हो जाएगी
यदि गन्ना बांड धारक किसानों का मोबाइल नंबर बांड में गलत है या किसी अन्य किसान का नंबर दर्ज है तो उसे 25 फरवरी तक अपना मोबाइल नंबर सही कराना होगा। यदि इसमें सुधार नहीं किया गया तो उनका गन्ना सट्टा स्वत: बंद हो जायेगा। मोबाइल नंबर सही कराने के लिए किसान अपनी गन्ना समिति से संपर्क कर सकते हैं या ई-गन्ना ऐप के जरिए खुद ही इसमें संशोधन और सुधार कर सकते हैं।
गन्ना आपूर्ति का 85% तक अतिरिक्त सट्टा लाभ
यदि किसान के गन्ना सट्टे की मात्रा पिछले पेराई सत्र की प्रति हेक्टेयर औसत गन्ना आपूर्ति से कम है तो उसे औसत गन्ना आपूर्ति का 85 प्रतिशत तक अतिरिक्त सट्टे का लाभ दिया जाएगा। इस सट्टेबाजी सुविधा से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और उन्हें सही समय पर वित्तीय सहायता मिलेगी। वहीं, गन्ना विकास विभाग ने प्रदेश के करीब 10.74 लाख पंजीकृत लघु गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए पेराई सत्र 2023 में 60 क्विंटल के बजाय 72 क्विंटल गन्ना सट्टा धारकों को लघु कृषक का दर्जा दिया है-
1 thought on “गन्ना सट्टा में किसान मोबाइल नंबर अपडेट कैसे करें”